आपकी यादशक्ति और दिमाग की स्पष्टता को बढ़ाने के लिए केवल खाना ही काफी नहीं हैं; योग और ध्यान भी माइंड स्वास्थ्य का एक शक्तिशाली आधार हैं। 🌟 ये पुरानी टेक्नीके न सिर्फ तनाव को कम करती हैं, बल्कि दिमाग को ऑक्सीजन और आश्चर्जनक ऊर्जा प्रदान करती हैं, जिससे याददाश्त और फोकस में सुधार होता है। इस लेख में, हम मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए बेस्ट 3 योगा ओर ध्यान की सरल विधि, जो आपके रोजाना जीवन में आसानी से एड किए जा सकते हैं। इनका रोजा ना अभ्यास आपको मानसिक शांति और यादशक्ति में मदद करेगा! 💡
1. अनुलोम-विलोम: दिमाग को ऑक्सीजन का तोहफा
अनुलोम-विलोम विधि:
सीधे बैठ जाए आराम से ,फिर रीढ़ को धीरे धीरे सीधा करे ध्यान रहे इतना भी सीधा न करें कि दर्द होने लगे ।ओर आंखे बाद करे धीरे से।दाएं नथुने(दाएं साइड का छेद) को अंगूठे से बंद करें और बाएं नथुने से धीरे-धीरे सांस लें।फिर बाएं नथुने को उंगली से बंद करें और दाहिने नथुने से सांस छोड़ें।
इस प्रक्रिया को 5-10 मिनट तक दोहराएं।
इस आसान से दिमाग को जरूरी मात्र में ऑक्सीजन मिलता है ,जिससे न्यूरॉन्स की सक्रियता बढ़ती है और यादशक्ति बेहतर होती है । इससे में खून को नियंत्रित करने में सहयोग (हेल्प)मिलता है।
खाली पेट करे और 5 मिनट से ही शुरूआत करे
2. भ्रामरी प्राणायाम: तनाव से मुक्ति का मार्ग
भ्रामरी प्राणायाम विधि:
एक आरामदायक स्थिति में बैठें, आंखें बंद धीरे करें, और कानों पर अंगुलियों को रखें।
धीरे धीरे गहरी सांस लें जितना हो सके जबरदस्ती न करे , और धीरे धीरे सांस छोड़ते समय "ऊँ" या भंवरे की तरह ध्वनि निकालें।
इस क्रिया को 5-7 बार दोहराएं, हर सांस 10-15 सेकंड की हो तो अच्छा।
फायदे: यह प्राणायाम करने से कोर्टिसोल नामक हार्मोन का लेवल कम होता है ।कोर्टिसोल हार्मोन चिंता ओर तनाव में अहम भूमिका निभाता है इसी इसे तनाव हार्मोन कहा जाता है । तनाव न होतो दिमाग शांत ओर एकाग्रता रहेगा।
इसलिए इसे सोने से पहले करे ताकि नींद बेहतर हो ओर सुबह दिमाग relex रहे
3. सर्वांगासन: रक्त संचार को बढ़ावा
सर्वांगासन विधि:
जमीन पर लेट जाए पीठ के बल ,हाथों को शरीर के दोनों ओर रखें।
फिर धीरे-धीरे पैरों को ऊपर उठाएं, फिर कूल्हों और पीठ को भी उठाएं, कोहनियों पर वजन डालें।
ठुड्डी को छाती से सटाएं और 20-30 सेकंड तक इस स्थिति में रहें।
धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थिति में आएं।
इस आसान से दिमाग की ओर खून ज्यादा पहुंचता है, जिससे ऑक्सीज ओर पोषक तत्वों दिमाग की पूर्ण मिलते है ।इससे सिर दर्द ओर चक्कर आना कम होगा और यादशक्ति में सुधार आएगा।
शरुआत में डायरेक्ट करने से अच्छा दीवार का सहारा ले ओर 1 मिनट ही करे फिर धीरे धीरे बढ़ाए ।
4. ध्यान: स्मृति में सुधार का चमत्कार
ध्यान की सरल विधि:
एक शांत जंगल बैठे ,दिमाग को relex करे , आंखे बंद करे और धीरे धीरे गहरी सांस लो घिरे धीरे चोरों ।
परेशान न हो ओर न सोचे कि ये आसपास की आवाजें ध्यान में बाधा बन रही है आवाज आए तो प्रेम से सुने ओर जाने दे ।
ओर फिर अपने दिमाग को एक जगह केंद्रित करे जैसे स्वास की गति,उसके आने जाने का मार्ग ये फिर स्वास से उठते ओर अंदर जाते हुए पेट पर ध्यान लगाओ ।
विचार आयेंगे भटकोगे भी लेकिन फिर खुश हो के उसी केन्द्र पर ध्यान लगाओ
10मिनिट तक इस स्थिति में रहें,ओर ब्रेक ले विचार ओर आवाज से डिस्टर्ब नहीं होना । ऐसा बार बार कर सकते हो जिससे थकान भी नहीं होगी और माइंड relex होगा और फिर।
ध्यान दिमाग में ग्रे मेटर,जो पॉजिटिविटी,याददाश्त ओर सीखने की आदत बेहतर बनता है । ये तनाव वो कम करके एक ही काम में फोकस रखने में मदद करता हे
सुबह या शाम को 10 मिनट से शुरू करे फिर अपने आप धीरे धीरे इंटरेस्ट आयेगा और बढ़ा 10 मिनट बढ़ते चलना।
योग और ध्यान का विज्ञान
योग ओर प्राणायाम से दिमाग बीटा-एंडोर्फिन और सेरोटोनिन जैसे हार्मोन बढ़ते है, जिससे मूड ओर स्मृति अच्छी होती हे , ऐसा वैज्ञानिक रिचर्चर बताते है। 2018 के Journal of Alzheimer’s Disease के अनुसार रोजाना योग से अल्जाइमरके खतरे में 20% कमी देखी है ।
इन्हें अपनी दिनचर्या में कैसे शामिल करें?
सुबह: 5 मिनट अनुलोम-विलोम और फिर 5 मिनट ध्यान करे।
दोपहर: 2 मिनट भ्रामरी प्राणायाम ब्रेक के दौरान।
शाम: सोने से पहले 1 मिनट सर्वांगासन।
सुझाव: हफ्ते में 4-5 दिन अभ्यास करें और समय को नोट करें।
सावधानियां
पीठ दर्द से पीड़ित लोग ओर गर्भवती महिलाएं बताए गए आसान को करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
हमेशा सर्वांगासन को धीरे-धीरे करें, जल्दबाजी न करें।
सांस लेने की प्रक्रिया में दर्द या चक्कर आने पर रुक जाएं।
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